UP Teacher Transfer 2020 Latest News
UP Primary Teacher Transfer :Transfer Status,तबादले में गड़बड़ी की शिकायतें
बेसिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को आकांक्षी जनपद के नाम पर “अंतर्जनपदीय स्थानांतरण” से वंचित होने से नाराज महिला शिक्षकों ने शनिवार की शाम प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री स्वतंत्र प्रभार सतीश द्विवेदी से मिलकर समस्याओं से अवगत कराया।
- आक्रोशित शिक्षकों ने पहले कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी को बुलाने की जिद करने लगीं।
- शिक्षिकाओं का कहना था कि जब लगातार नियुक्तियां हो रही हैं तो आकांक्षी जनपद के नाम पर स्थानांतरण का लाभ न देना शासन की तुगलकी नीति है।
- शिक्षकों का अंतरजनपदीय तबादला तीन नहीं,पांच साल में होगा।
- शिक्षिकाओं का यह भी आरोप रहा कि इस जनपद से स्थानांतरण के लिए जो मानक बताए जा रहे हैं उससे इतर भी धांधली कर कुछ लोगों क़ा स्थानांतरण किया गया है।
शिक्षिकाओं के आक्रोश को देखते हुए मौके पर पहुंचे अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार ने बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह को बुलाया तो उन्होंने शिक्षिकाओं को यह कहकर शांत कराने का प्रयास किया किया कि उनकी बात शासन तक पहुंचायी जाएगी।
परिषदीय विद्यालयों में अवकाश के नये नियम लागू
शिक्षिकाओं ने कहा
- सरकार आकांक्षी जनपद के नाम पर स्थानान्तरण ना करने का बहाना बना रही है।
- आकांक्षी जनपदों मे औसतन 5000 शिक्षको के पद रिक्त है, जिन्हें पिछले 3 सालों मे नही भरा गया हैँ
- आकांक्षी जनपदों मे भी किसी प्रकार की अन्य सुविधाएं नहीं दी गयीं है।
- शिक्षकों के पद खाली होने के बावजूद अन्य जनपदों के मुकाबले यहां कम शिक्षकों की नियुक्ति हुई है।
- प्रदेश स्तरीय भर्ती होने के बावजूद कुछ जनपदों में स्थानान्तरण न होना आकांक्षी जनपद के नाम पर शोषण किया जा रहा है।
- अगर स्थानांतरण नही करना था तो transfer का ढोंग क्यों रचा गया !
आक्रोशित शिक्षिकाएं नहीं मानी और सूबे के
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी के रेस्ट हाउस में पहुंचने की सूचना पर रस्ट हाउस के लिए कूच किया बेसिक शिक्षा मंत्री से मिलकर शिक्षिकाओं ने अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की मांग की।
मंत्री द्विवेदी ने कहा कि आकांक्षी जनपद के लिए तय निर्देश के अनुसार ही स्थानांतरण किए गए हैं अब स्थानांतरण करने की उम्मीद नहीं है।
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